खुद को प्रसन्न रखिये

वर्तमान समय को देखते हुए ये कहा जा सकता है की इन्सान परेशान बहुत है। अगर उसके जीवन में परेशानी ना भी हो तो वो उसे ढूंढकर परेशान हो लेता है ,यानी की परेशानी हमारे स्वभाव में आ चुकी है।
जीने का मन नहीं, जीवन में अब मजा नहीं आ रहा, क्या मतलब ऐसी जिन्दगी का, ये शब्द आप अक्सर अपने आसपास के लोगो से सुनते होगे। लेकिन ऐसे कई सारे तरीके है जिनसे आप इन शब्दों से मुक्ति पा सकते है |
खुद के लिए समय
इन्सान जीवन में दुखी इसीलिए हैं क्योकि वो सबके लिए समय दे रहा है लेकिन खुद के लिए उसके पास समय नहीं है।
आप खुद को समय दे, वो करे जो आपको अच्छा लगता है, संगीत सुने, फिल्म देखे, किताब पढ़े या फिर जो भी आपको अच्छा लगे। ऐसा करने से आप देखेगे की कैसे आपका जीवन सरल और शांत होने लग जाएगा।
रिश्तो को संभाल ले
हमारे जीवन में अधिकांश दुखों की वजह है हमसे जुड़े हुए लोग है। जो आपसे जुड़े है कही न कही मानसिक रूप से आपको दुःख दे रहे है जिससे जीवन बेहतर नहीं हो पा रहा है।
ऐसे में आप उन्हें सँभालने की कोशिश करे, अपने घरेलू रिश्तो को मजबूत करे, जितना आप संभाल सकते है उतना संभाले और बाकी छोड़ दे। आप देखेगे की आपका जीवन कैसे सुखमय होने लग जाएगा।
ध्यान जरूरी है
ये बात तय है कि अगर आप जीवित है तो आपके सामने समस्याए आएगी ही | ऐसे में आपके मन में तनाव आएगा, आपको टेंशन होगी और आप घबराएगे।
इसके लिए आप सुबह के समय रोजाना दस मिनट का ध्यान करे जिससे आपका दिमाग शांत होगा और आपको अच्छा भी लगेगा। जब आप ध्यान करते है तो आपके मन में चल रही चिंताए दूर होने लग जाती है और ये बात विज्ञान भी कहता है।
भूतकाल को भूल जाए
शास्त्रों में भी कहा गया है की जो शख्स भूतकाल के सुखो और दुखो को याद रखता है वो कभी भी सुखी नहीं रह सकता है। इसीलिए इन बातो को भूलकर आप अपने जीवन को सुखी बना सकते है।
अगर आप ध्यान दे तो आपका आधा दुःख तो इस बात का है कि बीते समय में आपके साथ ऐसा हुआ था या फिर किसी ने आपके साथ ऐसा किया था। ये बात बहुत गलत है कि आपको अभी तक वो बात याद है और आप उसे ही सोच सोचकर कुढ़ रहे है। आप उस बात को पूरी तरह से भूल जाए।
भविष्य की चिंता नही
जिस तरह से भूतकाल के दुःख या सुख आपको दुखी करते है उसी तरह भविष्य की चिंता भी आपको चिता की तरफ ले जाती है। जब आपके मन में वो चलने लगता है जो आपके साथ कई सालो बाद होने वाला है या क्या होने वाला है, तब आप वर्तमान से हट जाते है और दुखी होने लगते है।
आप भूत भविष्य को भूलकर जब अपने वर्तमान को बेहतर करते है तो आपका जीवन सुखी और बेहतर होने लगता है। आप भविष्य के बारे में ना सोचे बल्कि ये सोचे की आज का वर्तमान कैसे बेहतर बनाये की आने वाला भविष्य और अधिक बेहतर है क्योकि आपके भविष्य की नींव आपके वर्तमान में रखी हुई है।
आपके जीवन में चारो तरफ क्या हो रहा है, उसने क्या कह दिया, ऐसा की हो गया, ऐसा क्यों हो रहा है आदि इन बातो को भूल जाने से जिन्दगी बहुत सरल हो जाएगी और इसके लिए आप चीजो को इग्नोर करना पड़ेगा। जब आप उन चीजो को इग्नोर करने लगते है जो आपके जीवन में दुःख पहुचा रही है तो आप बेहतर जिन्दगी की तरफ कदम बढ़ाने लगते है।
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